शिक्षकों पर केंद्रित है दिल्ली शिक्षक विश्वविद्यालय- प्रो. धनंजय जोशी
- साक्षात्कार
- September 27, 2022
दिल्ली शिक्षक विश्वविद्यालय की स्थापना दिल्ली सरकार द्वारा दिनांक 26 जनवरी,2022 को गई है। मार्च, 2022…
के सी पिप्पल जी का नाम उन लोगों में शुमार है, जिन्होंने नौकरशाह रहते हुए भी बहुजन समाज के लिए काफी काम किया है और उनका ये सिलसिला अब भी अनवरत जारी है । भारत सरकार के भारतीय आर्थिक सेवा विभाग से अपर आर्थिक सलाहकार पद से सेवानिवृत होने के बाद भी वो राष्ट्र के समग्र विकास की दिशा में अपनी टीम के साथ शोधरत हैं। 15 जनवरी 1954 में कासगंज (कांशीराम नगर) जिले के नवाब मोहल्ले में जन्मे के सी पिप्पल (IES) के जीवन पर बहुजन नायक कांशीराम जी का अत्यधिक प्रभाव पड़ा है और उनके संपर्क में आने पर उन्होंने युवावस्था से ही बहुजन समाज को जागरुक करने और कैडर कैंप देने का काम किया है । पिछले दिनों ‘पड़ताल’ की टीम ने उनसे कई पहलुओं पर ख़ास बातचीत की थी, जिसके कुछ ख़ास अंश पेश हैं। बहुजन समाज को बनाने, जागरुक करने और उत्थान के लिए आप लंबे समय से काम कर रहे हैं, आज के संदर्भ में आप उसे कैसे देखते हैं ? मैं कांशीराम…
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अंबेडकरवादी सिद्धांतों के आधार पर अभिव्यक्ति की आजादी को जिंदा रख समाज के शोषित…
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अंबेडकरवादी लेखक संघ और आर्यभट्ट कॉलेज, दिल्ली के हिंदी विभाग की तरफ से संयुक्त…
ग्रेटर नोएडा (गौतमबुद्धनगर), 26 सितंबर। इंद्रप्रस्थ लॉ कॉलेज में बी.ए.एल.एल.बी.…
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दिल्ली में 5 सितंबर 2022 को देश की राजधानी दिल्ली के प्रसिद्ध पीजी डीएवी महाविद्यालय…
ये कहने में शायद किसी को कोई ऐतराज नहीं होगा कि बाबा साहब के बाद कांशीराम जी बहुजनों के सबसे बड़े नेता थे। और उनकी असमायिक मौत से बहुजन समाज का जो नुकसान हुआ है वो बहुजन समाज आज भी महसूस करता है।…