नई दिल्ली- आईडब्ल्यूपीसी (इंडियन विमेंस प्रेस कोर) में प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसमें इस बात पर चर्चा की गई कि महिलाओं, विशेष तौर से कामकाजी महिलाओं पर पोस्ट कोविड का मानसिक रुप से कितना प्रभाव पड़ा है। और इसके प्रभाव के कारण अगर कोई डिप्रेशन में है भी तो इसका निदान कैसे किया जाए।
नई दिल्ली में आयोजित इस परिचर्चा का संचालन में मुख्य अतिथि के रुप में जाने-माने मनोश्चिकित्सक डॉ निमिष देसाई जी ने किया। आईडब्ल्यूपीसी की अध्यक्ष श्रीमती शोभना जैन व सचिव सिमरन सोधी के अलावा इस चर्चा में कई वरिष्ठ महिला पत्रकारों ने शिरकत की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ निमिष देसाई ने कहा कि मेरा मानना है कि कोविड के बाद अब लोगों को एक और महामारी से निपटने की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए और वो है मानसिक अवसाद की। साथ ही उन्होंने कहा कि महिलाओं को ऐसे हालात में खुद को तो संभालना ही होगा साथ परिवार को भी संभालना की जिम्मेदारी उनको निभानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि ऐसे में सबसे पहले तो इस बात की जरुरत है कि ऐसी परिस्थिति को हौव्वा ना बनाएं। अगर एक-दो हफ्ते लगातार लो फील करें तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें, साथ ही ओवर ट्रीटमेंट से भी बचें।
ऐसे में सबसे ज्यादा जरुरत है कि पारिवारिक जीवन में भावानात्मक रिश्तों को और मजबूत बनाएं और पूरी ईमानदारी से परिवार और रिश्तों को संभालें इससे एक-दूसरे को ना सिर्फ भावनात्मक बल्कि मानसिक बल भी मिलता है, जो सबसे ज्यादा अहमियत रखता है।