लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के वजीरगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत सीवर की सफाई के दौरान दो कर्मचारियों की दम घुटने से मौत हो गई। हालांकि, सूचना मिलने पर पुलिस, जलकल और नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची। इसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ। स्थानीय लोगों के मुताबिक, करीब 2 घंटे तक सफाई कर्मचारी सीवर में ही फंसे रहे। इसके बाद दोनों को बेहोशी की हालत में बाहर निकाला गया। बता दें कि मृतक कार्यदायी संस्था के लिए काम करते थे, लेकिन उनके पास सुरक्षा के उपकरण नहीं थे।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी मंगेश कुमार ने बताया कि कंट्रोल रूम के माध्यम से सूचना मिली कि रेजिडेंसी के सामने मुख्य सड़क मार्ग पर मेन होल में जल निगम की तरफ से दो मजदूर सफाई की कार्य के लिए उतरे थे। वहां पर दोनों बेहोश हो गए हैं। इस सूचना पर तत्काल फायर ब्रिगेड और नगर निगम की रेस्क्यू टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थानीय वजीरगंज पुलिस की मदद से दोनों बेहोश पड़े मजदूरों को होल के अंदर से बाहर निकालकर इलाज के लिए भेजा गया।
सीएफओ ने बताया कि डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया गया है। सोवरन यादव और सुशील यादव की मौत हो गई। बता दें कि दोनों पिता पुत्र हैं, जोकि मूल रूप से सरवरपुर पोस्ट शहजलालपुर थाना कमलापुर जिला सीतापुर के निवासी हैं। फिलहाल दोनों शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
आपको बता दें कि जल निगम ने रेजीडेंसी के सामने वाली रोड पर करीब तीन साल पहले सीवर लाइन बिछाई है। यह अभी चालू नहीं हुई है। मंगलवार दोपहर करीब तीन बजे उसमें पड़ी मिट्टी की सफाई का काम ठेकेदार फर्म केके स्पन कंपनी करा रही थी। मामले में दो इंजीनियर निलंबित कर दिए गए हैं। जल निगम शहरी के प्रबंधक निदेशक राकेश मिश्रा ने सहायक अभियंता मुनिस अली और अवर अभियंता गुडलक वर्मा को निलंबित कर दिया गया है।