मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के छपारा
थानांतर्गत सादक सिवनी गांव में अनुसूचित जाति के लोगों को दुर्गा
पूजा पंडाल में प्रवेश करने से रोक दिया गया। यह परिवार पूजा के लिए पंडाल में आया था, लेकिन तथाकथित सवर्णों ने उनके साथ गाली गलौच की और पूजा-दर्शन नहीं करने दिया।
पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है।
सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें एक
बुजुर्ग व्यक्ति लाठी लिए खड़ा दिख रहा है और और पूजा करने आए परिवार को डरा रहा है।
छपारा पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार श्यामलाल
अहिरवार ने शिकायती पत्र में बताया कि बुधवार को वह दुर्गा चौक के सार्वजनिक
दुर्गा पंडाल में अपनी पत्नी और बेटे के साथ पूजा करने गए थे। वहां दबंगों ने उन्हें पूजा करने से
यह कहते हुए रोक दिया कि तुम यहां पूजा नहीं कर सकते।
पीड़ित ने शिकायत में
कहा है कि खेत से लौटते समय आरोपी मेहरबान सिंह ठाकुर
ने उसे रोककर कहा कि
तेरी बहुत शिकायत मिल रही है। इसके बाद पंडाल में घुसने पर आपत्ति जताते हुए
ज्यादा बोलने पर जान से मारने की धमकी भी दी। इसके कुछ देर बाद जब वह चंदा देने अकेला
पंडाल गया तो नरेश ठाकुर और नारायण यादव ने जाति सूचक गाली देकर अपमानित किया और चंदा लेने से इनकार
कर दिया। इसके बाद मेरा भतीजा भी पंडाल में चंदा देने पहुंचा तो उसे भी मंच से
नीचे उतार दिया गया।
एसपी सुनील मेहता ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।