नई दिल्ली- दिल्ली से शर्मनाक मामला सामने आया है। वसंत कुंज के एक मैनेजमेंट कॉलेज के डायरेक्टर चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी पर छेड़छाड़ का आरोप लगा है। छात्राओं ने आरोप लगाया कि संस्थान में ईडब्ल्यूएस छात्रवृत्ति योजना के तहत पीजीडीएम कर रही छात्राओं का यौन उत्पीड़न किया जा रहा है। इसके साथ ही अश्लील भाषाओं का भी प्रयोग हो रहा है और उसके शरीर के साथ छेड़छाड़ भी की जा रही है।
छात्राओं के आरोप पर पुलिस ने इस मामले में कॉलेज डायरेक्टर चैतन्यानंद सरस्वती के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। केस दर्ज होने के बाद पुलिस आरोपी डायरेक्टर की तलाश कर रही है, लेकिन चैतन्यानंद सरस्वती फरार हो गया है।
पुलिस ने इस मामले में शारदा मैनेजमेंट कॉलेज में छानबीन की। इस दौरान पुलिस को बेसमेंट से एक वोल्वो कार मिली है। जब पुलिस ने कार के नंबर प्लेट की जांच की, तो उस पर फर्जी राजनयिक नंबर प्लेट 39 UN 1 की नंबर प्लेट लगी हुई थी। ये फर्जी नंबर प्लेट वाली कार स्वामी चैतन्यानंद इस्तेमाल करता था।
पुलिस का कहना है कि केस दर्ज होते ही चैतन्यानंद सरस्वती दिल्ली से फरार हो गया है। पुलिस ने बताया कि वो बार-बार अपनी लोकेशन बदल रहा है। उसकी आखिरी लोकेशन आगरा थी लेकिन अभी वो वहां नहीं है।
आपको बता दें कि स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती पहले डॉ. पार्थसारथी के नाम से जाना जाता था। चैतन्यानंद सरस्वती पर पहले भी यौन उत्पीड़न के आरोप लग चुके हैं। बता दें कि साल 2009 में चैतन्यानंद सरस्वती पर धोखाधड़ी और छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया गया था। उसके बाद साल 2016 में वसंत कुंज में एक महिला ने इस पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। उसके बाद अब 17 लड़कियों ने चैतन्यानंद सरस्वती पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है।