जयपुर (राजस्थान), 23 सितंबर। डॉ. भीमराव अम्बेडकर अनुसूचित जाति अधिकारी-कर्मचारी एसोसिएशन (अजाक) राजस्थान का राज्य स्तरीय वार्षिक अधिवेशन जयपुर के दुर्गापुरा स्थित राज्य कृषि प्रबंधन संस्थान के सियाम ऑडिटोरियम में बड़े ही गरिमामय एवं ऐतिहासिक रूप से सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत अजाक के महासचिव पूरणमल बेरी के स्वागत भाषण से हुई। जिसमें बेरी ने विस्तार से अजाक की रीति नीति पर बात की। मुख्य वक्ता के रूप में दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रख्यात विद्वान प्रो. रतन लाल ने कहा कि दलित समाज को शिक्षा, रोजगार, शोषण और अतिक्रमण जैसे मुद्दों पर विशेष रूप से ध्यान देना होगा। उन्होंने यह भी आह्वान किया कि अजाक को प्रतिवर्ष कम से कम पाँच प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करने हेतु छात्रवृत्ति उपलब्ध करवाने का संकल्प लेना चाहिए।
राजस्थान के पूर्व मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने अपने उद्बोधन में इस बात पर विस्तार से चर्चा की कि क्यों कई बार अधिकारी और कर्मचारी सेवा में रहते हुए समाज के लिए अपेक्षित योगदान नहीं दे पाते। उन्होंने समाज सुधार के लिए पद पर रहते हुए कर्तव्यों और जिम्मेदारियों के निर्वहन पर जोर दिया।
इस अवसर पर सेवानिवृत्त आईएएस हनुमान प्रसाद ने शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की बात कही एवं अंधविश्वास और पाखण्डमुक्त समाज बनाने पर जोर दिया। कार्यक्रम को सेवानिवृत्त आईएएस कन्हैया लाल बैरवा, सेवानिवृत्त आईएएस ललित मेहरा, सेवानिवृत्त आईएएस बी.एल. आर्य, सेवानिवृत्त आईपीएस आर.पी. सिंह, पूर्व कुलपति श्यामलाल ज़ैदिया, सुप्रसिद्ध सामाजिक चिंतक भँवर मेघवंशी सहित प्रदेशभर से आए अजाक पदाधिकारी बीकानेर से नवरंग मेघवाल एवं सुरेंद्र बेरी उदयपुर से विठ्ठल यादव जोधपुर से बसन्त रॉयल एवं दौलाराम हनुमानगढ़ से सुमेरसिंह बूंदी से घनश्याम बोयत धौलपुर से पप्पू सैनी जयपुर से भूदेव ने भी सम्बोधित किया।
अजाक प्रवक्ता विनोद वर्मा रलावता ने बताया कि अधिवेशन की अध्यक्षता अजाक अध्यक्ष श्री राम चौरडिया (सेवानिवृत्त आईएएस) ने की। चौरडिया ने अनुसूचित जाति में क्रीमीलेयर और उपवर्गीकरण जैसे ज्वलन्त मुद्दों पर पर अपनी बात रखी
अधिवेशन के दौरान संगठन ने आईएएस पदोन्नत अधिकारी अजय असवाल, सुरेश चंद्र एवं नवनीत कुमार, आईपीएस पदोन्नत अधिकारी गोवर्धन सोंकरिया, तथा पुलिस उपनिरीक्षक से निरीक्षक पदोन्नत अधिकारी प्रह्लाद सहाय, सचिन विजयी, अमित नागौरा एवं राजकिरण का सम्मान किया। सभी को शॉल ओढ़ाकर एवं प्रशस्ति पत्र भेंट कर अभिनंदन किया गया।
कार्यक्रम के अंत में अजाक के संरक्षक सत्यवीर सिंह (सेवानिवृत्त आईपीएस) ने सभी अतिथियों, पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करते हुए अजाक की कार्यप्रणाली, समाजहित में चल रहे प्रयासों तथा आगामी योजनाओं पर प्रकाश डाला। कोषाध्यक्ष विनोद गहनोलिया ने अजाक का लेखा जोखा प्रस्तुत किया।
अंत में सहभोज के पश्चात एक आम सभा का आयोजन हुआ जिसमें उपस्थित सदस्यों की भावना और तात्कालिक समय की आवश्यकतानुसार अजाक के विधान में संशोधन प्रस्ताव प्रस्तुत किये गए।
यह अधिवेशन न केवल संगठन की उपलब्धियों और संघर्षों का प्रतीक रहा, बल्कि भविष्य की नई दिशा तय करने वाला ऐतिहासिक अवसर भी सिद्ध हुआ।
इसके अलावा इस कार्यक्रम में डॉ. अम्बेडकर अनुसूचित जाति अधिकारी-कर्मचारी एसोसिएशन (अजाक) राजस्थान, जयपुर में 31 सदस्यों को राज्य स्तरीय कार्यकारिणी में मानद सदस्य के रूप में मनोनीत किया गया।