उत्तर प्रदेश में औरैया जिले के अछल्दा थाना क्षेत्र में स्थित बैसोंली गांव निवासी दलित समाज का एक छात्र जातिवादी व्यवस्था का शिकार हो गया है।
जानकारी के मुताबिक 7 सितंबर को आदर्श इंटर कॉलेज में शिक्षक अवनीत सिंह ने सामाजिक विज्ञान के टेस्ट में गलतियां होने पर 10वीं कक्षा के छात्र निखिल को बेरहमी से पीटा था, जिससे वो कक्षा में ही बेहोश हो गया था। जिसके बाद उसके परिजनों ने निखिल को सैफई मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया, जहां सोमवार को उसकी मौत हो गई।
इस घटना से गुस्साए पीड़ित परिवार के साथ स्थानीय लोगों ने मंगलवार को आदर्श इंटर कॉलेज के बाहर छात्र निखिल का शव सड़क पर रखकर खूब हंगामा किया। इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव और पुलिस के वाहन फूंक दिए। इसके बाद पुलिस अधिकारियों के समझाने पर परिजनों ने मृतक बच्चे का अंतिम संस्कार कर दिया।
इस मामले में पीड़ित परिवार की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी शिक्षक अवनीत सिंह के खिलाफ दलित उत्पीड़न समेत अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इसके साथ ही एसपी चारू निगम ने आरोपी शिक्षक की गिरफ़्तारी के लिए टीम का गठन कर दिया है। इसके अलावा शिक्षा विभाग ने आरोपी शिक्षक को निलंबित कर दिया है।
इस घटना को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने पीड़ित परिवार के लिए इंसाफ मांगा है। उन्होंने कहा है कि ऐसी घिनौनी घटनाओं को राज्य सरकार दबाने के बजाय जल्द से जल्द कड़ी कार्रवाई करने चाहिए।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी औरैया की इस घटना पर गहरा दुख जताया है। अखिलेश यादव ने अपने ट्वीट में कहा है कि “औरैया में एक छात्र की शिक्षक द्वारा पीटे जाने से हुई मृत्यु का समाचार दुखद ही नहीं, बेहद संवेदनशील है, सरकार यथोचित कार्रवाई करे और पीड़ित परिवार को मुआवजा भी दे"