उत्तर प्रदेश के रायबरेली में दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या के मामले में
पुलिस ने पिटाई के वायरल वीडियो के आधार पर पांच आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला
दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है, इस मामले में अब तक पांच पुलिसकर्मियों को भी
सस्पेंड किया जा चुका है।
विपक्ष के विरोध के बाद ये मामला तूल पकड़ता जा रहा है, इसकी वजह राहुल गांधी को
भी बताया जा रहा है, सोशल मीडिया पर युवक की एक वीडियो वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि मरने से पहले वह बार-बार
राहुल गांधी का नाम ले रहा है, पीटने वाले अट्हास करते हुए बोल रहे थे कि यहां
बाबा का राज चलता है और हम बाबा के लोग हैं।
आपको जाजनकारी दे दें कि ऊंचाहार के ईश्वरदासपुर में 1 अक्टूबर की रात को फतेहपुर के
रहने वाले दलित युवक हरिओम वाल्मीकि की 50-60 लोगों ने चोर समझकर पीट-पीटकर हत्या कर दी। वायरल वीडियो में पिटाई के दौरान हरिओम ने दर्द
में राहुल गांधी का नाम लिया, तो भीड़ ने
हंसते हुए कहा, "यहां बाबा का
राज चलता है, सब बाबा वाले हैं!"
शहीद भगत सिंह-चंद्रशेखर का भी मजाक उड़ाया। हरिओम अपनी पत्नी और बच्चों से मिलने
ससुराल जा रहा था। राहुल गांधी ने घटना को संज्ञान में लेते हुए मृतक के परिजन से
बात की, जल्द ही वह रायबरेली मृतक के घर भी जाएंगे, जानकारी के मुताबिक, युवक मानसिक रूप से अस्वस्थ था।
वहीं भीड़ ने जब हरिओम से पूछताछ की तो वह कुछ जवाब नहीं दे पाया, उसकी चुप्पी
देख लोग उसके साथ मारपीट करने लगे, इतना ही नहीं भीड़ ने दलित युवक को पीट-पीटकर
बेरहमी से मार डाला। लोगों ने बताया कि जब भीड़ ने हरिओम को घेर रखा था उस दौरान
पुलिस भी वहां पहुंच गई थी उसके बावजूद पुलिस युवक को भीड़ के बीच ही छोड़कर चली
गई, जिसके बाद युवक की हत्या कर दी गई।
दूसरी और पुलिस का कहना है कि जब वह मौके पर पहुंचे तो युवक खून से लथपथ पड़ा
हुआ था और वह मर चुका था, पुलिस ने जानकारी देते हुए यह भी बताया कि गुरुवार की
सुबह ग्रामीणों को मृतक का शव रेलवे ट्रैक के पास दिखा था, इस पूरी घटना के बाद पांच
पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
मृतक हरिओम की पत्नी पिंकी ने बताया कि उनकी शादी 14 साल पहले हुई थी और उन्हें एक 12 साल की बेटी है, हरिओम का मानसिक संतुलन सही नहीं था और उसका इलाज चल रहा था, तीन साल पहले पिंकी अपनी बेटी के साथ मायके आकर रहने लगी थी, हरिओम अक्सर उनसे मिलने आया करता था, पिंकी ने रोते हुए कहा, "एक अक्टूबर की रात वह मुझसे मिलने ही आ रहा था, लेकिन उसे नहीं पता था कि यह रात उसकी आखिरी रात होगी." मृतक के पिता गंगादीन ने बताया कि उनका बेटा मानसिक रूप से विक्षिप्त था।