केंद्रीय
राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने ट्वीट करते हुए कहा कि 28 अप्रैल का दिन ऐतिहासिक
बनने जा रहा है जब 1842 की क्रांति के प्रणेता राजा हिरदेशाह लोधी की पुण्यतिथि पर
उनकी मूर्ति का अनावरण होगा। मा. प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन
में मनाए जा रहे आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत इस उपलक्ष्य में 26 से 28 अप्रैल तक आयोजित
कार्यक्रमों में शिरकत करने वाले इसके साक्षी बनेंगे और आने वाली पीढ़ियों को सही
इतिहास बता सकेंगे।
आपको बता दें कि 1842
की क्रांति के प्रणेता राजा हिरदेशाह लोधी जी की पुण्यतिथि के अवसर पर 28 अप्रैल को नरसिंहपुर जिले के केरपानी में राजा
हिरदेशाह की 11 फुट ऊंची
अष्टधातु से निर्मित मूर्ति का अनावरण मा. मुख्यमंत्री श्री
शिवराज सिंह चौहान और मध्यप्रदेश के राज्यपाल मा. श्री मंगूभाई पटेल जी, केंद्रीय
मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते एवं अन्य गणमान्यों की उपस्थिति में होगा।
आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 26 अप्रैल को जबलपुर में राजा हिरदेशाह लोधी जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व
पर राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी एवं नाट्य मंचन कार्यक्रम में केंद्रीय राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह
पटेल जी ने कहा कि देश के इतिहास और अमर शहीदों के बलिदान से हमे
प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को इतिहास की बारीकियों और हकीकत
को जानने की आवश्यकता है। श्री पटेल ने कहा कि 1842 की क्रांति के प्रेणता क्रांतिकारी राजा हिरदेशाह
और अन्य बलिदानियों के इतिहास और उनके त्याग-तपस्या को जानने की आवश्यकता है। श्री
पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री के आह्वान पर चल रहे देश की आजादी के 75वीं वर्षगांठ पर अमृत महोत्सव के दौरान इतिहास
के पन्नों में दबा दिए गए, देश की आजादी दिलाने वाले हमारे वीर सपूतों और
बलिदानियों का लोग इतिहास जान रहे हैं।
मा. प्रधानमंत्री
श्री नरेंद्र मोदी जी का आभार व्यक्त करते हुए श्री
पटेल ने कहा कि जब आजादी के 75 वर्ष की बात आई तो प्रधानमंत्री
जी ने कहा कि इतिहास में जिन महा बलिदानियों के नाम नहीं है अगर उन्हें स्मरण करेंगे तो आजादी का अमृत
महोत्सव अमर हो जाएगा। ये माननीय प्रधानमंत्री जी की दूरदर्शिता
और उनकी सोच का ही नतीजा है कि आज देश आजादी के 75वें वर्ष में उन गुमनाम
बलिदानियों को याद कर रहा है।
इस भव्य आयोजन में देशभर से पचास हजार से ज्यादा
लोगों के शामिल होने की संभावना है। इस कार्यक्रम में राजा हिरदेशाह लोधी जी के
वंशज भी शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि क्रांतिकारियों
के लिए होने वाले ऐसे आयोजनों में सभी संगठनों और राजनैतिक दलों के लोग सहभागी बनें।
हमें पूर्व की भूलों व कमियों से सबक लेने की जरूरत है। श्री पटेल ने कहा कि अपनी
भूल सुधारकर ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को ईमानदार इतिहास दे सकते हैं। यदि ऐसा
करके हम आजादी के इस अमृत महोत्सव में अपने महाबलिदानियों का इतिहास अपनी पीढ़ियों
को दे पाते हैं तो यह सिर्फ इतिहास ही नहीं बल्कि हमारे पूर्वजों के साथ भी न्याय
होगा।