उन्नाव- एक ही निडल से इंजेक्शन लगाकर एड्स बांटने वाले झोलाछाप डॉक्टर राजेश यादव को पुलिस ने शिवबख्श खेड़ा गांव से गिरफ्तार कर लिया है। इस डॉक्टर पर उन्नाव जिले के तीन गांवों के 50 लोगों को एक ही निडल से इंजेक्शन लगाकर उन्हें एड्स का रोगी बना देने का आरोप है। इन्हें इलाज के लिए कानपुर मेडिकल कालेज के एआरटी सेंटर भेजा गया था। जहां शुरूआती जांच में इन्जेक्शन लगाने की बात सामने आई।
आपको बता दें कि तीन महीने पहले बांगरमऊ में एक निजी संस्था ने एचआइवी परीक्षण शिविर लगाया था जिसमें बांगरमऊ में 13 एचआइवी पाजिटिव रोगी मिले थे। तत्कालीन सीएमएस ने सीएमओ ने सीएमएस को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की थी। रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा गया था कि बांगरमऊ में किसी क्लीनिक पर एक ही सुई से इंजेक्शन लगाए जा रहे हैं। नोडल अधिकारी एचआइवी डा राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि काउंसिलिंग में जो तथ्य सामने आ रहे उसके अनुसार इंजेक्शन की सुई से रोग फैलने की संभावना नजर आ रही है, इस पर भी जांच कराई जाएगी।
जनवरी में स्वास्थ्य विभाग ने बांगरमऊ ब्लाक क्षेत्र में तीन एचआइवी परीक्षण कैंप में किरविदियापुर, प्रेमगंज और बांगरमऊ के चकमीरापुर के 566 लोगों ने जांच कराई। इनमें 38 संभावित एचआइवी रोगी मिले थे। एचआइवी की पुष्टि के लिए प्राथमिक टेस्ट के बाद होने वाले दो अन्य टेस्ट के लिए सभी को हसनगंज के सेंटर बुलाया गया जहां उनकी काउंसिलिंग कर एचआइवी पॉजिटिव होने का कारण पता करने का प्रयास किया गया। सेंटर प्रभारी के अनुसार अब तक 33 लोगों में इसकी पुष्टि हो गई है। इनमें एक साल से 14 वर्ष के पांच बच्चे भी शामिल हैं।
बांगरमऊ एसओ अरुण प्रताप सिंह ने बताया कि सीएमओ के आदेश पर सीएचसी प्रभारी प्रमोद कुमार ने 31 जनवरी को राजेश यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। और की स्थानों पर दबिश देने के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।