सैकड़ों किसानों ने जेपी स्पोर्ट्स सिटी की बाउंड्री तोड़कर वर्षों से बंद रास्ते को खोल दिया। इस रास्ते के खुलने से गुनपुर और अट्टा गुजरान सहित आसपास के दर्जन भर गांवों के लोगों को बड़ी राहत मिली है। अब हजारों लोगों को 9 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी। वे कम वक्त में आवागमन कर सकेंगे। किसान एकता संघ काफी दिनों से इस रास्ते को खोलने की मांग कर रहा था। इस संबंध में यमुना विकास प्राधिकरण और जिला प्रशासन के अधिकारियों को किसान संगठन ने ज्ञापन भी दिया था। लेकिन यह रास्ता अभी तक नहीं खोला गया था।
गांव वाले इससे परेशान थे। इस संबंध में सोमवार को किसान एकता संघ की पंचायत अट्टा गुजरान के शिव मंदिर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष सोरन प्रधान की अध्यक्षता में हुई। कई गांव के लोग शिव मंदिर पर एकत्रित हुए। पंचायत में किसानों ने रास्ते को खोलने का निर्णय लिया। किसानों का आरोप था कि जेपी कंपनी की वजह से 10 किलोमीटर की दूरी तय करके कई गांव के लोगों को घर जाना पड़ता है। मात्र कुछ दूरी पर रास्ता बंद हो जाने से यह असुविधा होती है। पुलिस-प्रशासन और यमुना विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की मौजूदगी में आक्रोशित किसानों ने दोपहर में शिव मंदिर पर पंचायत करने के बाद 400 वर्ष पुराने रास्ते को खोल दिया।
एसीपी ब्रजनंदन राय व दनकौर कोतवाल अरविंद पाठक पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। बाद में यमुना प्राधिकरण के अधिकारी, तहसीलदार जीत सिंह व ओएसडी शैलेन्द्र प्रताप भी किसानों के बीच पहुंचे। अधिकारियों ने किसानों को आश्वासन दिया कि 25 अक्तूबर तक समस्या का समाधान कर दिया जाएगा। किसानों ने अधिकारियों को चेतावनी दी है कि यदि उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो 25 अक्तूबर को अट्टा शिव मंदिर पर पंचायत कर यमुना प्राधिकरण के विकास कार्य को बंद कराने का काम करेंगे।
इस मौके पर देशराज नागर, रमेश कसाना, गीता भाटी, सतीश कनारसी, ब्रजेश भाटी, अखिलेश प्रधान, कृष्ण नागर, विकास भाटी, मोहनपाल, जग्गा अधाना, अमित अवाना, उमेद एडवोकेट, सुमित चपरगढ, अरविन्द सेक्रेटरी, बेगराज नागर, आशु अट्टा, जगदीश शर्मा, मनीष नागर, विक्रम नागर, मनोज नागर, बिज्जन नागर, राजेंद्र समसपुर, श्री कृष्ण बैसला, ओमबीर समसपुर, बले अट्टा, ब्रिकम अट्टा, प्रताप नौरंगपुर, सीपी सोलंकी, दुर्गेश शर्मा, मनीष कनारसी, दुर्गा प्रसाद कनारसी सहित हजारों लोग उपस्थित रहे।