तमिलनाडु की राजनीति के करिश्माई व्यक्तित्व वाले और भारत की राजनीति में लंबे समय तक क्षेत्रीय अस्मिता का झंडा बुलंद रखने वाले द्रमुक अध्यक्ष व तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि का बुधवार शाम को अंतिम संस्कार कर दिया गया। आखिर दो गज ज़मीन की जंग जीतने के बाद द्रविड़ राजनीति का चमकदार सितारा मरीना बीच पर हमेशा के लिए सो गया। हालांकि, इसके लिए उनकी पार्टी को कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ी। आखिरकार मद्रास उच्च न्यायालय ने पांच बार मुख्यमंत्री रहे और 13 विधानसभा चुनाव जीतने वाले करुणानिधि को बीच पर दफनाने का रास्ता साफ कर दिया। उनके अंतिम संस्कार के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी, केरल के पी विजयन, तेलंगाना के चंद्रशेखर राव और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
94 वर्षीय करुणानिधि का मंगलवार शाम छह बजकर 10 मिनट पर चेन्नई के कावेरी अस्पताल में निधन हो गया था। वे 28 जुलाई से अस्पताल में भर्ती थे। मरीना बीच पर करुणानिधि को दफनाने के लिए द्रमुक की याचिका पर विशेष सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने राज्य सरकार की इस दलील को खारिज कर दिया कि इसमें कानूनी अड़चनें हैं। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश एचजी रमेश और न्यायमूर्ति एसएस सुंदर की पीठ ने कहा कि इसमें कोई कानूनी बाधा नहीं है। याचिकाकर्ता द्वारा दी गई रूपरेखा के अनुसार सम्मानजनक ढंग से दफनाने के लिए फौरन स्थान मुहैया कराएं।
आपको बता दें सरकार ने यह हवाला देते हुए करुणानिधि को मरीना बीच पर दफनाने की मंजूरी देने से इन्कार कर दिया कि वे मौजूदा मुख्यमंत्री नहीं थे। अन्नाद्रमुक संस्थापक एमजी रामचंद्रन तथा उनकी शिष्या जे जयललिता को बीच पर इसलिए दफनाया गया क्योंकि मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए उनका निधन हुआ था।
द्रमुक संस्थापक और करुणानिधि के मार्गदर्शक सीएन अन्नादुरई भी 1969 में निधन के समय मुख्यमंत्री थे। द्रमुक ने करुणानिधि को 'अन्ना समाधि' के पास दफनाने की अपील की थी। तमिलनाडु सरकार ने बुधवार को दिवंगत मुख्यमंत्री के सम्मान में एक दिन की छुट्टी का एलान किया था। कुछ लोगों और निजी वाहनों को छोड़कर चेन्नई की सड़कें वीरान रही। सभी दुकानें तथा व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत देश के विभिन्न राजनेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। द्रमुक नेता के समर्थकों से लेकर राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों तक ने दिवंगत आत्मा को अंतिम विदाई दी। इनमें मुख्यमंत्री पलानीस्वामी, उपमुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम, लोकसभा उपाध्यक्ष एम थंबीदुरई, सुपरस्टार रजनीकांत और कमल हासन भी वहां मौजूद रहे।