बैंको के एनपीए के मामले में रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन कई बड़े खुलासे किए हैं। रघुराम राजन ने अपने बयान में कहा है कि उन्होंने कई हाई प्रोफाइल एनपीए डिफॉल्टर्स की लिस्ट प्रधानमंत्री कार्यकाल (पीएमओ) को दी थी। लेकिन उन्होंने कहा कि इस पर क्या कदम उठाए गए इस बात की उनके पास कोई जानकारी नहीं है।
आपको बता दें कि रघुराम राजन ने बैंकों के बड़े नॉन परफॉरमिंग एसेट (एनपीए) के लिए यूपीए सरकार को जिम्मेदार तो ठहराया ही है मोदी सरकार को भी कोई क्लीन चिट नहीं दी है। उन्होंने मोदी सरकार की कई योजनाओं को भी एनपीए बढ़ाने वाला बताया है।
गौरतलब है कि लोकसभा की आंकलन समिति ने पूर्व गवर्नर से कमिटी के सामने पेश होने और बैंको के एनपीए पर अपना पक्ष रखने के लिए कहा था। कमेटी ने राजन को अपना पक्ष पत्र के जरिए रखने की छीट भी दी थी जिसके बाद रघुराम राजन ने एनपीए पर सिलसिलेवार ढंग से लोकसभा की समिति को अपना जवाब दिया।
राजन ने कहा कि उन्होंने पीएमओ को चार हाई प्रोफाइल एनपीए केस की सूची सौपी थी कि इसके बारे में कोई ठोस कार्रवाई की जाए लेकिन इस मामले में क्या कार्रवाई की जाए लेकिन इस बारे में क्या कार्रवाई की गई उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। राजन ने अप्रैल 2015 में पीएम मोदी को पत्र लिखकर कई डिफाल्टर के बारे में जानकारी दी थी।