नई दिल्ली, 1 सितंबर 2017- दोपहर करीब ढाई
बजे गाजीपुर में कूड़े के पहाड़ का एक हिस्सा टूट कर गिर गया जिसकी वजह से वहां से
गुजर रहे दो लोगों की मौत हो गई। कूड़े का यह ढेर गिरकर रोड पर आ गिरा, जिससे वहां से गुजर
रही गाडियों के भी धंसने की खबर है। कचरे के इस हिस्से के धसकने से यहां से गुजर
रही एक स्विफ्ट कार और एक स्कूटी पास के कोंडली नाले में गिर गई। पुलिस ने एक लडक़ी
की मौत की पुष्टि कर दी है। लडक़ी का नाम राजकुमारी है, जो स्कूटी पर सवार
थी और घटना के वक्त यहां से गुजर रही थी।
गोताखोरों की मदद से रेस्क्यू टीम बचाव
कार्य में जुटी हुई है। पुलिस ने बताया कि उसे 6 लोगों के गिरने की जानकारी मिली थी, जिसमें से 4 को सुरक्षित निकाल
लिया है, जबकि 1 लडक़ी समेत दो लोगों
के शव बरामद हुए हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि ये मानव
निर्मित आपदा है। एमसीडी का कहना है कि वह कई बार सरकार से कूड़े के निपटारे के
लिए नई जमीन की मांग कर चुका है, लेकिन उसे कूड़े के निपटारे के लिए अभी तक नई जमीन नहीं दी गई।
ऐसे में वह (एमसीडी) इस जमीन पर ही कूड़े की डंपिंग का काम कर रही थी।
गौरतलब है कि गाजीपुर में कचरे की लैंडफिल
साइट है, जहां पर शहर के कचरे को इकट्ठा किया जाता है। कचरे के ढेर की वजह से यहां
पहाड़ बन गया है। कचरे के इस ढेर को लेकर समय-समय पर चिंताएं तो जताई जाती रहीं
लेकिन इस समस्या से निपटने के लिए कोई समाधान नहीं निकाला गया।
कूड़े के इस पहाड़ पर हाईकोर्ट भी कई बार
चिंता जता चुका है, लेकिन एमसीडी हमेशा ही नई जमीन न मिलने की बात कहकर इससे पलड़ा
झाड़ती रहती है। इस पहाड़ को कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान 2010 में हट जाना था लेकिन
सरकारों की लापरवाही के कारण ये जस का तस बना हुआ है बल्कि और बढ़ता जा रहा है,
जिसकी वजह से यहां आसपास रहने वाले लोग भी स्वास्थय संबंधी परेशानियों से जूझ रहे
हैं।